यह कृति एक कहानी की तरह लिखी गई है जिसमें दो अलग समाज से आने वाले युवक एवं युवती के प्रेम, संघर्ष और सफलता को आम बोलचाल की भाषा में वार्तालाप की तरह संजोकर प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। कुछ ऐसे शब्दों का भी उपयोग किया गया है जो हिंदी शब्दावली में नहीं पाये जाते, परंतु भाषा की मिठास के लिए आमतौर पर उपयोग में लाये जाते हैं। निवेदन है कि पाठक इन शब्दों पर ध्यान न देकर सिर्फ भाषा का आनंद ले एवम त्रुटियों को क्षमा करें। मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ ज