"बीते लम्हें " समय का कोई वजूद नहीं, मगर महत्त्व बहुत होती है ज़िंदगी में। किसी का साथ, कुछ टूटे ख़्वाब, हर पल हर लम्हें में एक रंग दे जाती है। 50 लेखकों ने अपनी अपनी अंदाज में अपनी कहानी और नज़रिया बताई है।
हम आशा करते है की आप लोगो को पसंद आए।
धन्यवाद