किताब के बारे में
प्रिय पाठक,
यह दिल के अल्फाज़ो का खजिना हैं
कभी रुलाता है, कभी हसाता हैं ,
तो कभी हिंमत बढ़ाता हैं.
यह मेरी बचपन से लिखी हुई कविताओं का संग्रह है.
मैं बचपन से , मेरे अल्फाज़ो को लिखती हू, आज उन्हे पहली बार आपके साथ बाट रही हु आशा करती हू आपको मेरी कविताएँ पसंद आयेगी. यदि आपको कविता कोनसी पसंद तो मुझे मेल पर जरूर बताये. आपको कोनसी कविता पसंद आई.