'प्रेम की डोर' पुस्तक पूरी तरह से प्रेम पर आधारित एक किताब है, और इस किताब के माध्यम से लेखिक ने प्रेम के बारे में अपने विचार व्यक्त करे है। प्रेम की डोर एक धागे की तरह है वो डोर जो हर रिश्ते को एक मजबूत धागे की तरह बाँधता है, फिर चाहे वह अपने प्रेमी से प्यार हो या माता-पिता या भगवान या दुनिया का कोई भी रिश्ता, अगर किसी रिश्ते में प्यार नहीं है, तो समझो विश्वास भी नहीं है। वो रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं चलता और वो रिश्ता जल्दी टूट जाता है।
इस किताब के माध्यम से लेखक सभी को बताना चाहता है कि प्यार क्या होता है?
और किसी भी रिश्ते को मजबूत रखने के लिए विश्वास क्यों जरूरी है। यह पुस्तक "लाइफ वर्ल्ड पब्लिकेशन" के तहत प्रकाशित हुई है, इस पुस्तक कि लेखिक शुभंजलि निषाद हैं।