शब्द(B&W)
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Book Description
कुछ नहीं पिरोया , अनहद नाद है , यूँ तो अनन्त रश्मियों से , सूरज कब से उग रहा है
कुछ नहीं पिरोया , अनहद नाद है , यूँ तो अनन्त रश्मियों से , सूरज कब से उग रहा है