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स्पंदन
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Book Description

प्रकृति के अनुपम सौंदर्य की छटा किसके मन को नहीं भाती.. दुनिया की समस्याओं से थका हुआ मुनष्य राहत की सांस लेने को बेचैन हो जाता है.. यदि राह में लहराती हुई नदी, कलरव करते पंछी , हरे देवदार की शीतल हवा के झोंके, पर्वतों पर पड़ी बर्फ की चादर या झरने की धारा और चांद की चांदनी दिखाई दे तो अवश्य ही उसकी पीड़ा कम हो जाएगी.. उसकी समस्याओं का बोझ हल्का हो जाएगा.. इस पुस्तक में संकलित कविताएं अवश्य ही साधन का कार्य करेंगी…