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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal"अनकही बातें " नामक यह किताब सुख , दुःख ,प्यार एवं ऐसे कई सारे गूंगे भावनावों की प्रतीक है । यह पुस्तक ज़िन्दगी की कई सारी तत्वों के मिश्रण है जो कभी वक्यथ ना की गयी गहरे लम्हों का समूह है
इस पुस्तक के दो बाघ हैं , पहला भाग को "हार से लेकर प्यार तक की सफर " और दुसरे बाघ को "प्यार में हरनेका सफर " कहा गया हैं
इस किताब के पहले बाघ के मुख्या अंश दिल के सज्जन भावनावों को व्यक्त करती है , जैसे की स्वयं से नफरत करने की सोच को छोड़कर खुद से प्यार करने थक की सफर , समाज के कही तृतीययों के प्रतीक अप्रस्सनता प्रकट करना एवं दोस्त की और प्रेम की भावना के प्रतीक करना किताब के इस बाघ में लेखक जीवन के अँधेरे में कुढ़ की सफर का वर्णन करते है
किताब के दूसरे बाघ में लेखक एक प्रेमी होने के मधुर संखट एवं मीठी दर्द का वर्णन करते है
इस बाघ से यह प्रकट होता हैं की प्यार का दर्द सहना कोई बुरी बात नहीं है ।
संक्षिप्तः में यह कहा जा सकता है की अनकही बातें एक ऐसी किताब है जो हर दिल को छू जाता है और जीवन के कठिन सच का वर्णन करता है।
जी विशाल भारद्वाज
जी विशाल भरद्वाज- इस पुस्तक के लेखक एक सामान्य विद्यार्थी जो हैदराबाद की एक प्रसिद्ध
कलाशाला से अपनी btech की पढ़ाई कर रहे है
इन्होने पिछले २ सालों में २०० से भी ज़्यादा लेखन रचे हैं
यह सिर्फ कविता या दोहे ही नहीं बल्कि कई कहानियां भी लिख चुके हैं
इनकी लेखन के मुख्य अभिव्यक्ति सुख , दुःख , प्यार एवं जिंदिगी की कई रंगो के बारें में लिख्ते हैं ।
अनकही बातें इनकी रचनाओं में से पहली प्रचारित रचना है
यह अपनी मन के विचार एवं भावनावों को अभिव्यक्त करने के लिए लिकना चूंकि अपने रचनाओं से हमारे मन को छू जाते है
लेखकों की दुनिया में इनके सफर का यह किताब पहला कदम है
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