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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकहावतें या लोकोक्तियाँ किसी भी भाषा व साहित्य के लिए धरोहर के समान हैं. हिंदी भाषा में भी अनगिनत कहावतें हैं, लेकिन समय के साथ बोलने व लिखने में इनका प्रयोग कम होता जा रहा है और अब बहुत सी कहावतें लुप्त होने की कगार पर हैं. हिंदी कहावतों के जो भी संग्रह उपलब्ध हैं वे सम्पूर्ण नहीं हैं और उन में लिखी गई बहुत सी कहावतें वर्तमान पीढ़ी को समझ में ही नहीं आ पाती हैं. कहावतों की पुस्तक में ज्ञान वर्धन के साथ स्वस्थ मनोरंजन भी हो तभी लोगों की कहावतों में रूचि उत्पन्न हो सकती है, यह पुस्तक इस दिशा में किया गया एक छोटा सा प्रयास है. सभी हिंदी प्रेमियों से निवेदन है कि इस पुस्तक को अवश्य पढ़ें एवं अपनी भाषा में कहावतों का अधिकाधिक प्रयोग करें. इस से हमें समय समय पर समाज में व्याप्त मान्यताओं की जानकारी मिलेगी, नीतिगत ज्ञान प्राप्त होगा और साथ ही हम अपनी इस लुप्त होती हुई धरोहर को बचा पाएंगे
डॉ. शरद अग्रवाल
डॉ. शरद अग्रवाल ने अधिकतर लेखन, प्रकाशन एवं प्रसारण चिकित्सा एवं स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर ही किया है. उनकी वेबसाइट healthhindi.in पर स्वास्थ्य संबंधी अत्यधिक उपयोगी जानकारी उपलब्ध है. साहित्यिक लेखन में ‘शम्बूक वध’ नामक एक विचारोत्तेजक पुस्तक (Notion Press, Amazon तथा Flipkart पर उपलब्ध) के बाद उन्होंने हिंदी कहावतों का यह वृहत संकलन तैयार किया है. उनकी वेबसाइट hindikahawat.com पर भी हिंदी कहावतें एवं अन्य बहुत सी सुरुचिपूर्ण व मनोरंजक सामग्री उपलब्ध हैं.
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