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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palआदिकाल से ही हिंदी में मुहावरों-सूक्तियों की एक लंबी, प्रभावोत्पादक, समृद्ध परंपरा का चलन रहा है। भाषा को रोचक, मजेदार और आकर्षक बनाने के लिए इनका प्रयोग किया जाता है। मुहावरे-सूक्तियाँ सुनना-पढ़ना सभी को मनभावक लगता है।
मुहावरे जहाँ बात कहने का एक विशिष्ट प्रकार हैं, वहीं सूक्तियाँ अच्छे-बुरे का, शाश्वत जीवन-मूल्यों का बोध करवाती हैं।
मेरी इस पुस्तक में शरीर पर आधारित मुहावरों और संस्कृत सूक्तियों के हिंदी अर्थों से सजे सुंदर गुलदस्ते को सरल-सरस भाषा में इस तरह से समाहित किया गया है जिससे उन्हें सहजता-सरलता से हरेक आयुवर्ग के लोगों द्वारा आत्मसात किया जा सके।
अर्चना कोहली
जन्मः 1967 नई दिल्ली में
शिक्षाः एम.ए. हिंदी और संस्कृत, एम.एड.
संप्रतिः हिंदी लेखन-संपादन कार्य
प्रकाशित पुस्तकें
प्रेरक बाल कविताएँ
प्रेरक बाल कहानियाँ
आदर्श बाल कहानियाँ
अपूर्वा-मेरी प्रिय कविताएँ
मेरी प्रिय और रोचक कहानियाँ
पताः ए-136, सेक्टर 31, नोएडा-201301
ईमेल-archanakohli67
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