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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal”काश ऐसा हो” में संकलित कविताएँ मेरी जीवन-यात्रा की साथी हैं। कितनी ही मोहक और दुरूह परिस्थितियों में ये मेरे साथ मुस्कुरायी हैं, व्यथित हुई हैं, थपकी देकर आशा का संबल दिया है और मेरी चाहत को उड़ान भरने के लिए पंख प्रदान किये हैं। ये रचनाएँ ही नहीं बल्कि मेरा जीवन-गीत है। कुछ सपने हैं, कुछ यादें हैं, ऐसे भी पन्ने हैं जो लिखे जाने हैं। आप पाठकों को मैं अपने जीवन का वो गुलदस्ता भेंट करना चाहती हूँ जिसे मैंने अब तक सहेज कर रखा है इसमें विविध रंगों के सुमन हैं, कुछ सुखद लम्हों के हैं, कुछ यादों के हैं, कुछ संघर्षों के काँटों में पले हैं और कुछ सपनों के हैं। ये सभी मेरे दिल के बहुत क़रीब हैं। मैं आपको आमंत्रित करती हूँ कि मेरी इस भेंट को स्वीकार करके मेरी जीवन-यात्रा में शामिल होइए। आपका तहे दिल से आभार।
सुमन निहार
सुमन निहार
उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी लखनऊ कवयित्री का जन्म स्थान रही है। जिस समय लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने में बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था, उसी समय भाग्यवश कवयित्री के माता-पिता ने उनकी पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया और लगभग 1977 में कवयित्री ने स्नातक, उसके बाद भातखण्डे संगीत महाविद्यालय से गायन में विशारद, फिर एल. टी. और परास्नातक की शिक्षा ग्रहण की। कवयित्री को पढ़ने का बहुत शौक़ था और जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, निराला, मुंशी प्रेमचंद, बंकिम चंद्र, शरद चंद्र, शिवानी, गोपालदास नीरज, धर्मवीर भारती जैसे कई कवियों और लेखकों की रचनाओं से उनको विशेष प्रेम रहा है। कवयित्री की रचनाएँ समय-समय पर तत्कालीन पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती थीं। परंतु विवाह के बाद स्वाभाविक विवशताओं के चलते ये रुचियाँ कहीं खो सी गयीं। उन्होंने 33 वर्षों तक कानपुर के एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका के तौर पर कार्य करते हुए छोटे-छोटे बच्चों में शिक्षा, संस्कारों और रुचियों के बीज रोपने का प्रयास जारी रखा। सुमन ‘निहार’ की यात्रा एक मध्यम-वर्गीय नारी की यात्रा रही है जो सामाजिक बंधनों, साधनों की कमी, और संघर्षों से हार ना मान कर निरंतर आगे बढ़ती रहती है और उसका सशक्त जीवन आगे आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बन जाता है।
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