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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palएक नाविक ने एक प्रतिज्ञा की और फिर एक नदी में नाव लेकर उतरा ,क्या थी
प्रतिज्ञा और क्या थी उस प्रतिज्ञा को पूरा करने में समस्या?
भीष्म पितामह ने श्रीकृष्ण से और जुगनू ने झींगुर से कुछ सवाल किए, क्या थे
सवाल और क्या भीष्म पितामह और जुगनू को उन सवालों के जवाब मिले?
एक बगुला, मछली को क्यों बचा रहा है? आदमी और साँप के बीच की दुश्मनी
का सच क्या है? स्याह काली रात का श्रृंगार कौन करना चाहता है और
क्यों?क्या महाभारत के चीरहरण वाले प्रसंग में युग आदर्श की स्थापना में भूल
हुई है ?
ऐसे ही कई सवालातों के बीच आत्म निरीक्षण, स्वयं की खोज अंतर्द्वंदों,कटाक्षों,
व्यंगों और सरल कविताओं का संगम है कविता संग्रह
“मन पतंग”
आइये आप भी कुछ डोर थाम कर कुछ पतंगों के साथ गोते खाइये।
अभिजित पाठक
अभिजित पाठक का जन्म बिहार के कटिहार जिले में गँगा कोसी और महानंदा के बीच बसे गाँव नवाबगंज में हुआ है। जवाहर नवोदय विद्यालय से बारहवीं तक की शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात केरल के प्रतिष्ठित सरकारी विश्वविद्यालय CUSAT से इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद उन्होंने शुरुआती एक साल HCL के साथ काम किया, बाद में प्रतिष्ठित दिल्ली मेट्रो में कार्यरत हुए।कविता संग्रह उनकी पहली कृति है और इसलिए “मन पतंग “में उनके कई इंद्रधनुषी भाव देखने को मिलते हैं।हिंदी और कविता दोनों ही उनकी रुचि के विषय रहे हैं। विज्ञान के छात्र होने के बावजूद सिविल सर्विसेज की तैयारी के दौरान भी उनका विषय हिंदी ही रहा।उनकी रूचि का विस्तार भारतीय आध्यात्मिक ग्रंथों को पढ़ने से लेकर नेशनल लेवल क्रिकेट खेलने तक फैला हुआ है।कविता संग्रह में भी उनके विविध जीवन अनुभव का विस्तार देखने को मिलता है उनकी कई रचनाएँ विभिन्न मंचों पर सराही गईं हैं और पुरस्कृत हुईं हैं।“मन पतंग “ऐसे ही कईं कविताओं का अद्भुत संगम है।
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