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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palइस पुस्तक में लेखक और उसकी आत्मा के बीच हुए वार्तालाप का वर्णन है | लेखक ने अपनी अंतरात्मा से उन सारे मूल प्रश्नों का जवाब चाहा है जो कि हर व्यक्ति की एक सफल व आनंदमय जीवन की चाहत में निहित होता है, लेकिन कई व्यक्ति शायद इतनी गहराई से इन विचारों पर मंथन नहीं करते हैं और अंत में असंतुष्ट रहते हैं| सफलता और आनंद हर मानव का जन्म सिद्ध अधिकार है और कोई भी, कभी भी सकारात्मक विचारों से अपने जीवन की दशा और दिशा को परिवर्तित कर सकता है |
इस पुस्तक में सम्मिलित सरलतम उदाहरणों और समाधानों के माध्यम से जीवन की जटिलताओं को समझें । अपने विचारों के माध्यम से अच्छी आदतों को अपनाएँ और अपने अवचेतन मन की अपार शक्ति को प्रयोग में लाएँ । आत्ममंथन द्वारा अंतिम खोज करने की लेखक की इस यात्रा में जुड़ें और रास्ते में आप अपने अन्तर्मन से भी मिल सकते हैं ।
श्रेयाँश दीक्षित
श्री श्रेयांश दीक्षित एक प्रतिष्ठित लेखक और एक प्रेरक वक्ता है, जिन्होनें अपनी अंग्रेजी की किताब "व्हेन आई मेट माइसेल्फ" की सफलता के बाद उसे अब हिन्दी में प्रकाशित किया है | इस पुस्तक में उन 19 सिद्धांतों का वर्णन है, जिससे कोई भी अपने सार्थक अस्तित्व को अंजाम दे सकता है और बड़े ही आसानी से सारी प्रतिकूलताओं को एक सुनहरे अवसर में बदल सकता है | इनकी अँग्रेजी की किताब का विमोचान मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय श्री लाल जी टंडन ने किया था | लेखक एक इंजीनीयर हैं और एक मेराथन धावक भी रह चुके हैं |वे प्रख्यात विचारकों के विभिन्न विचारों का पालन करते हैं, लेकिन उनकी व्याख्या करने और उन्हें अद्वैतवादी स्तर पर प्रश्न पूछने के लिए भी सुरक्षित रखते हैं। वे जीवन की सामान्य बाध्यताओं से परे जाने के प्रति प्रयासरत हैं ताकि वे मानवता के सर्वोपरि आकर्षण को ढूंढ़ सके जो मानवता को सबसे अधिक आकर्षित करता है।
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