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Parchhaiyan (Kahani Sangrah / परछाइयाँ (कहानी संग्रह)

Author Name: Shahab Khan | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

देश और समाज में हर दिन घटने वाली घटनाओं को हम देखते, सुनते, पढ़ते रहते हैं। हर घटना का देश और समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है। कुछ घटनाएं हमारे चेहरे पर मुस्कान लाती हैं, प्रेरणा देती हैं तो कुछ घटनायें हमें बैचेन कर देती हैं, हमारे ज़हन में कई सवाल खड़े कर देती हैं और हमें अंदर तक झिंझोड़ कर रख देती हैं। देश और समाज में जो कुछ चल रहा है उसकी परछाइयाँ ही हमें साहित्यिक रचनाओं में दिखाई देती हैं। इस किताब में ऐसी ही कुछ घटनाओं को कहानी के रूप में प्रस्तुत कर समाज और देश पर उनके प्रभाव को दर्शाने की कोशिश की है।  किताब में कुल 15 कहानियाँ हैं जो समाज के अलग-अलग रूपों को दर्शाती हैं।  

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शहाब ख़ान

शहाब ख़ान प्रोफेशनली ग्राफिक डिज़ाइनर और कॉमिक्स कलरिस्ट होने के साथ लेखन के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। काफ़ी समय से आर्टिकल, कहानियाँ लिखते आ रहे हैं। उनकी कहानियाँ विभिन्न समाचार पत्र एवं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित हो चुकी हैं। साहित्यिक प्लेटफॉर्म प्रतिलिपि पर गोल्डन बेज प्राप्त लेखक हैं। पूर्व में ''ज़िंदगी रुकती नहीं'' नाम से एक कहानी संग्रह एवं ''अखबार'' नाम से  ई-बुक प्रकाशित हो चुकी  है। 

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