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Ramkavya / रामकाव्य

Author Name: Saurabh Kumar Vaish | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

रामायण एक बहुत ही पुरानी कथा है जो हमें सिखाती है की चाहे जो भी हो, हमें धर्म का मार्ग नहीं
छोड़ना चाहिए।
श्री रामचरितमानस गोस्वामी तुलसीदास जी ने अवधी भाषा में लिखी थी। यह एक कोशिश है इस
महाकव्य को एक अलग रूप देने की। हमारे गौरव शाली इतिहास को हिंदी कविता के माध्यम से जन
मानस तक पहुंचाने की।
कथा शुरू होती है प्रभु श्री राम के जन्म से और हमें ले कर जाती हैं उनके जीवन के पड़ावों से जिसमे
की माता सीता का स्वयंवर है, उनको वनवास मिलने की कहानी है, वनवास की कठिनाइयों से लेकर
स्त्री वियोग की व्याक्खा और रावण वध तक का सारा वृतांत है। अंत में भगवान का अयोध्या लौट कर
आना और एक रामराज्य स्थापित करने तक की सारी गाथा है।
ये है
एक आज्ञाकारी पुत्र की गाथा
एक आदर्श पति की गाथा
एक मर्यादा पुरुषोत्तम की गाथा
एक पतिव्रता स्त्री की गाथा
एक परम अनुयायी भाई की गाथा
जन मानस के अथाह प्रेम की गाथा
एक परम सेवक की गाथा
एक असीम भक्त की गाथा
एक महाज्ञानी प्रकांड पंडित की गाथा
एक महादेव भक्त की गाथा
एक अत्याचारी राक्षस की गाथा

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सौरभ कुमार वैश्य

सौरभ कुमार वैश्य मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। ये लगभग २० सालों से समुद्री यात्राएं कर रहें हैं तथा बहुत से
देशों को काफी करीब से जाना और समझा है।
सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति की इन पर एक गहरी छाप है। भले ही ये अपना सारा आधिकारिक काम अंग्रेजी भाषा में करते हैं
पर हिंदी कविता एवं शेरो शायरी इनके दिल के बहुत करीब है।
ये पुस्तक इनके हिंदी कविता के प्यार और सनातन धर्म के प्रति लगाव का समावेश है।

संपर्क सूत्र :
Saurabhvaish79@gmail.com

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