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Ravi Rajni Samvad / रवि रजनी संवाद रवि रजनी संवाद एवं अन्य हिंदी कवितायेँ

Author Name: Vinaytosh Mishra "chatak" | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

यह कविता संग्रह विनयतोष मिश्र "चातक " के  कविताओं का प्रथम संग्रह है। इस संग्रह में चुनिंदा १८ कविताओं को शामिल किया गया है। इस संग्रह की प्रथम दो कवितायेँ रवि -रजनी संवाद शीर्षक से हैं। रवि रजनी संवाद जहाँ उन दो प्रेमियों की व्यथा कहती है, जो मिल कर के भी नहीं मिल पाते वहीँ "एक बार प्रिये तुम आ जाना " कविता गोपियों के कृष्ण के प्रति निश्छल प्रेम को वर्णित करती है।इस संग्रह में संम्मिलित अन्य कवितायेँ समसामयिक विषयों के तरफ़ पाठक का ध्यानाकर्षित करतीं है। इन कविताओं में "प्रधानी की लूट" नामक कविता जहाँ समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार की बात करती है वहीँ "सोशल मीडिया की क्रांति" जैसी कविता अपने व्यंगात्मक शैली में सोशल मीडिया से होने वाले निष्क्रिय जीवन एवं अन्य खतरों से आगाह करती है।

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विनयतोष मिश्र " चातक "

विनयतोष मिश्र का जन्म उत्तरप्रदेश के गाज़ीपुर जिले में हुआ तथा उनका बचपन वाराणसी में बीता। विनयतोष ने अपनी इंजीनियरिंग की शिक्षा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय), वाराणसी से प्राप्त किया। उन्होंने अपना एम. बी. ए. निरमा विश्वविद्यालय, अहमदाबाद से किया तथा प्रबंधन में पीएचडी   पुनः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय), वाराणसी से किया । काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में व्यतीत किये हुए वर्षों ने उनमें लेखन में रूचि उत्पन्न करने में योगदान किया। विनयतोष १५ वर्ष की उम्र से मंचों पर कविता पाठ करना शुरू किया। उन्होंने कई सामाजिक विषयों पर केंद्रित नाटकों एवं नुकक्कड़ नाटकों के लिए कथानक भी लिखे हैं।

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