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Samarpit Satya Samarpit Swapna / समर्पित सत्य समर्पित स्वप्न

Author Name: Vinod Tewary | Format: Hardcover | Genre : Poetry | Other Details

भौतिक विज्ञान के शोध कर्ता और काव्यालय के सम्पादक डॉ. विनोद तिवारी, कविता में विज्ञान और विज्ञान में कविता देखते हैं। बचपन से ही उन्होंने अपने अन्तर्मन को काव्य के माध्यम से अभिव्यक्त किया।

70 वर्ष से अधिक की जीवन यात्रा के सभी सत्य और स्वप्न, यह पुस्तक उनकी अबतक की लगभग सभी कविताओं का संकलन है। प्रेम, पीड़ा, ज़िन्दगी पर आस्था, देश प्रेम, समाज के प्रति जागरूकता, हास्य और वन्दना -- इन सभी रंगों में उन्होंने स्वयं को अनुपम और अत्यन्त मौलिक रूप से अभिव्यक्त किया है। साथ ही, इन रंगों को साकार कर रही है वाणी मुरारका की चित्रकारी।

कविताएँ और ग़ज़ल तीन भागों में संयोजित है: "एक एहसास है उम्र भर के लिए", "कुछ भरोसा तो है उजालों पर (ग़ज़लें)", और "मेरे मधुवन जीयो जुग जुग"।

डॉ. तिवारी की कविताओं में वह कोमलता और संयोजन है जो चिरन्तन, पुरातन का सौरभ लिए है, और वह जागरूकता है जो हमें नित नूतन हो, ज़िन्दगी के प्रति अटूट आस्था लिए, सदा आगे बढ़ने को प्रेरित करती हैं।

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विनोद तिवारी

डॉ. विनोद तिवारी हरदोई, उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं और आज कल कोलोराडो, अमरीका में रहते हैं। एक राष्ट्रीय वैज्ञानिक संस्थान में वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत हैं । उन्होंने भौतिक विज्ञान में लखनऊ विश्वविद्यालय से बी. एससी. और एम. एससी., और दिल्ली विश्वविद्यालय से पी एच. डी. किया है। अमरीका आने के पहले वह बिड़ला इंस्टिट्यूट पिलानी में प्राध्यापक और डीन ऑफ रिसर्च थे। भौतिक विज्ञान में शोध कार्य के लिये उन्हें एरिक राइस्नर पदक, अमरीका सरकार का कांस्य पदक, प्राइड आफ इंडिया पुरूस्कार, और लाइफ-टाइम-एचीवमेंट पुरूस्कार मिल चुके हैं। 

हिन्दी में, कई दशक पहले, सरिता (दिल्ली प्रेस की पत्रिका) द्वारा आयोजित साहसिक कहानी प्रतियोगिता में उन्हें प्रथम पुरूस्कार मिला था। उनकी कवितायें सरिता, कादम्बिनी, और अन्य पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। अनुभूति के प्रतिष्ठित संकलन "हिन्दी की 100 सर्वश्रेष्ठ प्रेम कवितायें" (anubhuti-hindi.org/sankalan/prem_kavitayen) में भी उनकी कविता प्रकाशित हुई है। 

हिन्दी काव्य के लेखन और पठन में उन्हें विशेष रूचि है। सन 2001 से वह वाणी मुरारका के सहयोग में काव्यालय (kaavyaalaya.org) का सम्पादन कर रहे हैं। संक्षेप में उनके व्यक्तित्व की परिभाषा है, "भौतिक विज्ञान पर अडिग आस्था, हिन्दी से अटूट अपनत्व, और काव्य में असीम रूचि" । उनके अपने शब्दों में "भौतिक विज्ञान उनकी शक्ति है और कविता उनकी दुर्बलता।"

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