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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकोविड समस्या नही बल्कि अवसर है। हमें अब कोरोना वायरस के साथ जीना सीखना होगा अपने जीवन की दैनिक दिनचर्या मे बदलाव करना होगा। कोरोना की वैश्विक महामारी आने के बाद लोगों में एक प्रकार से जीवन के प्रति भय और नकारात्मक दृष्टिकोण पैदा हुआ है। जिसके चलते लोग मानसिक तौर पर परेशान हैं और नींद एवं तनाव जैसी स्थिति का सामना कर रहे है। जिसके कारण लोगों की जीवन शैली पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।
मौजूदा परिस्थिति में लोगों का जीवन ऐसे प्रभावित हुआ है कि लोग जल्द ही अपना आपा खो देते हैं। लेकिन हमें इस सच्चाई को भी स्वीकार करना होेगा कि अब हमें कोरोना के साथ ही जीना है।
अतः अब हमें कोरोना वायरस के साथ जीना सीखना होगा। लोगों को अपनी जिंदगी बचाने के लिए अपनी जीवनशैली को बदलना ही होगा। इसके साथ ही अपने भविष्य की चुनौतियों से लड़ने के लिए सभी को तैयार रहना होगा।
हमें करोनो वाइरस को समस्या के रूप में न देखकर एक अवसर के रूप में देखना होगा। करोनो वाइरस ने मानवीय सभ्यता को यह संदेश दिया है कि व न तो प्रकृति से खिलवाड़ करे और ने ही अपने शरीर से खिलवाड़ करें। इस रूप में हमें अपने सम्पूर्ण लाइफ स्टाइल को बदलना होगा। प्रकृति के संरक्षण पर विशेष ध्यान देते हुए शारीरिक रोग-प्रतिरोधक क्षमता वृद्धि के उपायों पर ध्यान देना होगा। सोशल डिस्टेंसिग, सार्वजनिक स्थलों पर मास्क का प्रयोग हमारी जीवन शैली में आ चुका है।
मनोज श्रीवास्तव डॉ शिप्रा मिश्रा
मनोज कुमार श्रीवास्तव जीवन की चुनौतियों को दार्शनिक पैमाने से विश्लेषित करते हैं। विश्लेषण के बाद समस्याओं का व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत करते हैं। इनकी पूर्व पुस्तकों में भी सामान्य जीवन का दार्शनिक और आध्यात्मिक विश्लेषण किया गया है। इस विश्लेषण में समस्या को सामने रखकर सरल समाधान प्रस्तुत किया गया है। उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ जनपद के मनोज श्रीवास्तव ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विभिन्न विषयों की पढ़ाई की। उत्तराखण्ड पी0सी0एस0 2002 बैच, प्रशासनिक सेवा में आने के बाद दर्शन के आधारभूत तत्व का व्यवहारिक विश्लेषण प्रारम्भ किया।
डॉ शिप्रा मिश्रा (अंजू) होम्योपैथिक, अपने पति डॉ मनोज मिश्रा के साथ चिकित्सक के रूप में सेवा देती हैं तथा महाराष्ट्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली प्रोजेक्ट मुम्बई डिस्ट्रिक्ट एड्स कण्ट्रोल सोसाइटी के अंतर्गत राष्ट्र स्वास्थ्य प्रबोधिनी संस्था में भी मेडिकल सेवायें दे रही हैं। इसके साथ ही मुम्बई में, ज्यूडिशियल अकादमी के अन्तर्गत मेडिकल ऑफिसर के पद पर भी सेवारत हैं।
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