यह पुस्तक लिखी गई है आज के 21वीं सदी में, जिसमें हर चीज़ का औद्योगीकरण हो रहा है जीवन में हर काम के लिए आज उपकरण उपलब्ध है, फिर भी आजकल मानसिक रूप से सभी कहीं ना कहीं प्रभावित हैं पर लेखन के ज़रिये विशेषकर कविताओं के माध्यम से हम अपने मन की व्यथा प्रकट कर सकते हैं।
इसी प्रकरण में हमारी प्रस्तुति है "असुर - काव्य संग्रह"। ये हमारी "कला और कलम" टीम की प्रस्तुति एक भेंट स्वरूप सभी उभरते प्रतिभाशाली लेखकों के लिए है।
"असुर" नाम के पीछे हमारी प्रेरणा है , हमारे अंदर छुपा हमारा खुद का वो रूप जिससे हमारा जीवन प्रभावित होता है। हम खुद ही में जितने अच्छे हैं हमारे अंदर उतनी ही बुराइयाँ भी होती हैं , जिन्हें हम देख कर भी अंदेखा कर देते हैं।
"कला और कलम" द्वारा इस कविता संग्रह में उन बुराइयों को पहचान कर उनको दूर करना हमारा उद्देश्य है। "कला और कलम" यह पुस्तक उन सभी को समर्पित करना चाहता है जो खुद के अंदर छुपे "असुर" से जीतने के लिए दिन रात परिश्रम कर बेहतर बनने का प्रयास कर रहे हैं। लेखन किसी भी अवगुण को गुण में बदलने के लिए एक कारगर शस्त्र है इसे ध्यान में रखते हुए ही "कला और कलम" टीम ने "असुर - काव्य संग्रह की रचना की है।