एक पत्नी जो हमारी जिंदगी में बदलाव लाती है उसके साथ जीने मरने की कसम खाते है और सात जनम तक साथ निभाने का वादा करते है
एक स्त्री पत्नी, मां, बहन,बुआ, मौसी, मामी के रूप में घर को संवारती है और अपने अच्छे सुविचार से घर-परिवार को सजाएं रखती है ।
सह लेखक परिवार
रंगेश चंद्रशेखर, भावना मोहन विधानी, मीता लूनीवाल, अर्पिता मौर्य, कौशानी चक्रवर्ती, आरुषि पराशर, सुरेंद्र मीना, धनवंती कुमारी, एम. सेल्लामुथु एम.ए.बी.एड, वेलेरियन डिसूजा, जीतल शाह, सौरभ संत ज्ञानेश्वर खोबरागड़े, अच्युत उमरजी, दीपांजलि साव, खुशी खंडेलवाल, राहुल कुशवाहा, श्रुति सरकार, तिल कुमारी शर्मा, साइमा अमीन, तनुश्री बिसारिया, ए.जमीला फिरदौस, निकिता मांझी, तरुण खेमचंदानी, डॉ. शेरोहेलियन। टी, स्नेहदीप राइट्स, कादंबरी गुप्ता, श्रिया सिन्हा, समृद्धि शिखा बेहरा