'दो कदम दूर थे' राजऋषि शर्मा का नवीनतम उपन्यास है। हिमाचल प्रदेश के असीम सौंदर्य से लबालव, लाहौल स्पीति की हसीन, मनोरम वादियों के धरातल पर उभरी हुई यह एक प्रेमपूर्ण एवं मार्मिक कहानी है। जिसमें प्रेम की संवेदना है, दर्द है, एहसास है, मिलन है और बिछोह भी है। जिसे एक बार पढ़ना आरम्भ करने पर फिर पाठक द्वारा समाप्त किये बिना रहा ही नहीं जा सकता। एक ऎसी प्रेम कहानी जिसे पाठक वर्षों तक भूल नहीं पाएंगे।