पिता एक घर का असमान होता वह अपने बच्चों के लिए सब कुछ करना चाहता है अपने परिवार को खुश रखने के लिए वह बहुत कुछ करता है वह हमेशा यह चाहता है कि हमारे बच्चे हम से आगे जाएं इस कोशिश में वह सब कुछ कर जाता है। अपने परिवार का बोझ उठाने के लिए वह रात दिन कड़ी धूप में जुटा रहता है मेहनत करता है और खुद से पहले अपने बच्चों की हर इच्छाएं पूरी करता है खुद फटे पुराने कपड़े पहनता है पर बच्चों को हमेशा नए कपड़े लाकर देता है इसी तरह वह खुद से पहले बच्चों का ख्याल रखता।
और धीरे-धीरे जब बच्चे बड़े हो जाते हैं वह जगहों पर रहने लगते हैं अच्छी अच्छी नौकरियां पर जाते हैं वह अपने मां-बाप को बड़े लोगों में लाने में शर्म करने लगते हैं और उन्हें अपने बूढ़े मां बाप बोझ लगने लगते हैं बस इसी के चलते वह अपनी मां बाप से अच्छे से पेश नहीं आते और उन्हें या किसी आश्रम में छोड़ देते या कहीं और लेकिन अपने साथ नहीं रखते।