नमस्कार राम राम देवियों और सज्जनों मेरा नाम कविश्री रोशन रोहित है इंदौर मध्यप्रदेश का निवासी हु और अक्सर मुझे कविश्री रोशन जी के नाम से जाना जाता है। और मै एक अभियंता हु नक्शे बनाना मेरा रोजगार है और मै सभी पाठको को आभार व्यक्त करता हु जिन्होंने मेरी पुस्तक को खरीदा है और मेरी किताब को पड़ा है और सम्मान दिया है।
ये किताब लिखना मेरा सपना था और आज पूर्ण हुआ है मगर ये सपना इतनी आसानी से पूरा नही हुआ इसमें मेरे गुरुजी ( कीर्ति बंसल उर्फ अनामी जी) का आशीर्वाद है जिनके बिना ये कवि का जन्म भी नही हो सकता था और मेरे माता पिता का साथ है जिन्होंने मुझे लिखने के लिए प्रेरित किया। मेरे पिताजी जिनका नाम हरिराम रोशन है वो भी एक कवि है पर उन्होंने सामाजिक व्यस्तता होने के कारण कभी जाहिर नही कर पाए और मेरी माता जी रूक्मणी रोशन जो मेरी कविता सुनकर मुझे प्रेरित करती है और मेरे दादाजी जिनका नाम दोजपाल रोशन है उनकी भी किताब आई है मगर वो सामाजिक कार्यकर्ता में अपनी कर्मठ के कारण उनकी आत्मा जीवनी आई है जो समाज कार्य को बताती है।
ये किताब की शुरवात एक सपने देखने से हुई जो सन 2009 मै देखा गया था मगर कोई अंदाजा नहीं था कि कैसे होगा ये ,मगर 13 साल के कठिन साधना से ज्ञान अर्जित करने के बाद ये पुस्तक सन 2021 के सितंबर महीने में प्रकाशित हुई जिसमे अंशय प्रकाशन जिनके कर्ताधर्ता और मालिक देवि रोशन खातून जी है जो असम में रहती है उनको मैं तहे दिल से आभार व्यक्त करता हु और भविष्य मैं भी उनका साथ सदा कायम रहेगा और अन्य पुस्तक के लिए शुकरिया आभार आपका देवि रोशन खातून जी।