JUNE 10th - JULY 10th
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Mukesh Kr. Sharma
dorjee75
aasutoshm
इस लघु कहानी के जरिए इंदु जी ने बड़ी सहजता से गांव की गरीबी, मूलभूत सुविधाओं का अभाव और उसके कारण पड़ोसियों से होने वाले झगड़े को तो बताया ही है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है, शुरुआती बोखलाहट के बाद, विषम परिस्थिति के बावजूद रामरती का सच के लिए अड़े रहना, रामरती अपना मौलिक चरित्र नहीं छोड़ती, इंदु जी ने कहानी में भाषा को किरदार के अनुसार ही रखा है, छीटू और रामरती गांव के हैं भाषा अवधी, वकील साहब शहर के हैं भाषा भी8 वैसी ही, कहानी की शैली और प्रवाह ऐसा कि आप एक ही सांस में पढ़ते चले जायेंगे, सहज, सरल
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