कवयित्री ममता झा 'मेधा' की पहली पुस्तक "मेधांश" की तरह ही पुस्तक "खयालों का गुलदस्ता" विभिन्न भावों से ओतप्रोत है। जहां एक तरफ इस पुस्तक में रिश्तों की समझ को सांझा किया है, वहीं दूस
"मेधांश" , मां शारदे की असीम कृपा से उनके अंश स्वरूप प्रस्तुत एकल काव्य संग्रह।
अलग-अलग भाव, अलग विचार, कई रिश्तें, कई त्यौहार, कई व्यक्ति विशेष के बारे में " ममता झा मेधा" की एक छोट