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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalBorn on September 4, 1992, in Badaun (Uttar Pradesh), Viyogini Thakur has received MA, BEd. First novel 'Doosra Pyaar' published in February 2022 from Aksharayan Prakashan. First poetry collection 'Ladki Cactus Thi' published in July 2022 from Shubhada Books. Published poems and articles in Kriti Bahumat magazine and on web portals like Sadaneera and Hindwi. Published stories in Vanamali Katha Patrika and Pakhi Patrika.Read More...
Born on September 4, 1992, in Badaun (Uttar Pradesh), Viyogini Thakur has received MA, BEd. First novel 'Doosra Pyaar' published in February 2022 from Aksharayan Prakashan. First poetry collection 'Ladki Cactus Thi' published in July 2022 from Shubhada Books. Published poems and articles in Kriti Bahumat magazine and on web portals like Sadaneera and Hindwi. Published stories in Vanamali Katha Patrika and Pakhi Patrika.
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‘मैं किसी कालिदास की मल्लिका नहीं’ प्रेम, विरह और स्त्री-मन की कविताओं का संग्रह है। इन कविताओं के केंद्र में प्रकृति है, प्रेम है, उसकी पुकार है, उससे जन्मी पीड़ा है। प्रेम और उसकी
‘मैं किसी कालिदास की मल्लिका नहीं’ प्रेम, विरह और स्त्री-मन की कविताओं का संग्रह है। इन कविताओं के केंद्र में प्रकृति है, प्रेम है, उसकी पुकार है, उससे जन्मी पीड़ा है। प्रेम और उसकी वेदना के बीच हिलोरें खाता द्वंद्व से भरा वह स्त्री-मन भी, जो निरंतर युद्धरत है। न सिर्फ स्वयं से बल्कि प्रेम और सत्य के मार्ग में पड़नेवाली उन तमाम बाधाओं और चुनौतियों से, जो उसे इनमें से एक भी पथ से विमुख करती हों। ये कविताएँ न सिर्फ स्त्री के अपने अस्तित्व की ओर से प्रेम का बयान हैं बल्कि इस संग्रह की कविताएँ प्रेम और स्त्री-मन की कितनी ही परतों को उघाड़ती हैं और इस बात को और पुख़्ता करती हैं कि न तो प्रेम का स्वरूप इकहरा है, न ही स्त्री-मन का।
एक वक्त के बाद कुछ नंबर महज नंबर बनकर रह जाते है। एक खाली याद, कि कभी कोई वास्ता भी रहा था इनसे। असर जाता रहता है पाने Read More...
वे कोई बैशाख का या जेठ के दिन रहे होंगे । ठीक वैसे दिन जब दोपहरियों में धूल उड़ाती गर्म हवाएंँ चला करती हैं। कुल्फी ब Read More...
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