त्रियाचरित्र एक ऐसे लड़के की कहानी है जिसने अपने प्यार के लिए सब कुछ किया, लेकिन वो कहते है ना जरूरी नहीं की आप अगर किसी से प्यार करते है तो बदले में आपको प्यार ही मिले। ये कहानी वाकई में इस श्लोक को सही साबित करती है। एक लड़का रोहित जिसने अपने प्यार अपनी जान ईशानी के लिए क्या कुछ नहीं किया। उसने अपने दोस्त पे यकीन नहीं किया, अपनी बेस्ट फ्रैंड श्वेता को अपने से दूर जाने दिया, मां बाप का भरोसा नहीं किया, बदले में उसे मिला तो सिर्फ ईशानी की बेवफाई। जब धीरे-धीरे ईशानी की असलियत उसके सामने आने लगी तब उसके लिए यकीन करना मुश्किल था। जब तक रोहित संभलता ईशानी ने उसे बुरी तरीके से फसा दिया था। कोई नहीं जानता था रोहित के इस हालत के बारे में, अब देखना ये था कि रोहित की सच्चाई जानने के बाद श्वेता कैसे उसे बाहर निकलती है।