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? सोच की खोज में...

Author Name: करन तिवारी | Format: Paperback | Genre : Philosophy | Other Details
इस पुस्तक में लिखी हुई कविताओं से आपको जरूर एक नई सोच और नई ऊर्जा प्राप्त होगी। देशभक्ति और साहस किसे कहते है इसे इस किताब में बहुत ही बेहतरीन ढंग से दर्शाया गया है। समाज में बढ़ रही बुराइयों को देखते हुए इस पुस्तक को लिखा गया है। इस पुस्कत की हर कविता आपको कोई ना कोई संदेश देना चाहती हैं। देशभक्ति से लेकर ज़िंदगी तक का सफर इस पुस्तक में दिखाया गया है। यह पुस्तक युवाओं के लिए एक बेहतरीन पुस्तक हैं जो उन्हें थोड़ी देर के लिए सोचने पर मजबूर करता हैं।
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करन तिवारी

करन तिवारी एक छात्र के साथ - साथ एक समाज सेवक भी हैं। इन्होंने २०१९ में एक संस्था कि शुरुवात की जो बच्चों के लिए काम करता हैं। करन तिवारी उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं, बचपन से ही उन्हें समाज और देश से बहुत लगाव था। करन तिवारी मानते हैं कि ६० साल जीने से अच्छा है कि २३ साल भगत सिंह या ४० साल स्वामी विवेकानंद बनकर जी लो। समाज में बढ़ती बुराइयां और एक दूसरे के प्रति बढ़ता हुआ नफ़रत के भाव को देखते हुए उन्होंने बच्चो से अब सीधे तौर पर बात करने की ठान ली हैं , इसके लिए उन्होंने अपने मुख के साथ - साथ अपने कलम का भी सहयोग लेना शुरु कर दिया हैं। वह हर तारीक से अपनी बात और अपनी सोच को इस देश के युवाओं तक पहुंचाना चाहते हैं। उन्होंने कुछ अभियानों का भी शुरुवात किया है, स्मोकिल्स अभियान, स्वच्छ सोच अभियान, शिक्षा सबकी इच्छा अभियान प्रमुख हैं। उनके लिए उम्र सिर्फ एक संख्या हैं क्यूंकि कुछ अच्छा करने के लिए आप ना तो कभी बूढ़े और ना ही कभी बच्चे होते हैं।
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