आर्यन एक बार जब अपने चाचा जी के घर गया था तो वहां उसकी मुलाकात एक लड़की से हुई। लेकिन आर्यन से उसकी ज्यादा बात नही हुई। एकदिन आर्यन को उसका मैसेज आता है और उसने आर्यन को सारी बातें समझाई पर आर्यन को उससे बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं थी। पर उसके आग्रह करने पर वो बात तो करता है लेकिन उसे ये जाहिर करता है कि वो अपनी स्टडी में बहुत व्यस्त है। लेकिन अंततः वो समय आ जाता है जब आर्यन को भी उससे प्रेम हो जाता है। किंतु आर्यन जैसे–जैसे उसके प्रेम में खुद को समाहित करता जाता है वैसे–वैसे वो उसके जीवन से दूर होती चली जाती है और अंततः वो वक्त आ ही जाता है जब वो आर्यन को हमेशा के लिए छोड़कर चली जाती है।
ये हालत मेरी आज से नहीं यह तो वर्षों पुरानी है।
यह मोहब्बत कभी खत्म नहीं होगी यह तो जन्मों की कहानी है।