पाती प्रेम की जब वो मुहब्बत की हवा चलेगी ना जब मेरा पल्लू तुम्हारे चेहरे को छू कर तुम्हें मेरी मुहब्बत का एहसास दिलाएगा ना तो समझ जाना हाँ एक पगली तुमसे बहुत प्यार करती है
"यूँ तो लिखने को भावनाओं का पूरा घरौंदा है l लेकिन मेरी कलम में आप खुद को महसूस करें ,मैं वो मन की बात हूँ l" पहचान मिली मुझे मेरी लेखनी से जिसको लोगों ने जाना और सराहा (मनकीबातें )से विभिन्न कविताएँ प्रकाशित देहरादून टाऊन वार्ता साप्ताहिक पत्रिका में विभिन्न कविताएँ प्रकाशित क्षितिज के पार मासिक पत्रिका में वर्तमान कार्य - लेखन कविताएँ ,ग़ज़ल,शायरी उतराखण्डी गीतकार और एक समाज सेविका ।। मेरी कविताएँ दो संकलित काव्य संग्रह साथी साथ निभाना एवं हल्की बारिश सी जिंदगी में संकलित है जो अमेज़न पे उपलब्ध है।