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Bahut Chaaha Maine / बहुत चाहा मैंने

Author Name: Rakesh Kumar Singh | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

इश्क़, प्यार, मोहब्बत, प्रेम या अनुराग, जो भी कहिए, इसके अस्तित्ववान होने की एक मधुर पृष्ठभूमि होती है। प्रेमी और प्रेमिका को अनन्य अहसासों का पूर्वाभास भी होता है और इन्हीं पूर्वाभासों की प्रेरणा से संवाद के अनेक प्रत्यक्ष या परोक्ष माध्यम भी निकल आते हैं।

प्रेम हर पल पल्लवित होता है और प्रेमी का दिल उस छोटी-सी चिड़िया की तरह कलरव करता रहता है, जो विशाल वृक्ष की फुनगी पर बैठ कर सूर्योदय के समय सूरज को उगता देख कर चहकती है।

हृदय के उस कोने से, जहां प्यार संचित, सिंचित और संप्रेषित होता है – उसी की दास्तान लिखी है इस पुस्तक में।

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राकेश कुमार सिंह

राकेश कुमार सिंह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में सेवारत अधिकारी हैं। उन्होंने फ़िक्शन और नॉन-फ़िक्शन दोनों तरह की छह किताबें लिखी हैं। विषय पुलिसिंग के तरीक़े से लेकर नक्सलवाद तक हैं। उन्होंने उपन्यास भी लिखे हैं। उनके उपन्यासों कलर्स ऑफ रेड (2021) और लॉकडाउन लव (2022) को ख़ूब सराहा गया। उन्होंने विविध विषयों पर प्रमुख समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में सौ से अधिक लेख भी लिखे हैं। सीआरपीएफ में अपनी अट्ठाईस साल की सेवा में उन्हें सरकार द्वारा कई पदकों और प्रशस्ति पत्रों से सम्मानित किया गया है। उन्होंने नक्सलवाद से प्रभावित बस्तर में दंतेवाड़ा जैसे क्षेत्रों के अलावा कश्मीर और उत्तर-पूर्व जैसे संघर्ष क्षेत्रों में सेवा की है। वह पुलिस अकादमियों में विशेषज्ञ के रूप में कार्य करते हैं। उन्हें 2011 में उनकी किताब ‘नक्सलवाड़ और पुलिस की भूमिका’ और 2021 में ‘नक्सलवाड़- अनकहा सच’ के लिए प्रतिष्ठित गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार मिला है।

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