राक्षस कहीं गए नहीं है। वे अभी भी इस धरती पर मौजूद है। बस उन्होंने अपना भेस परिवर्तित कर लिया है। और अब वो रहते हैं इंसानों के रूप में हमारे ही बीच , हमारे ही साथ। पर आप उन्हें इतनी आसानी से पहचान नहीं पाएंगे। उन्हें पहचानने के लिए चाहिए होगी आपको बहुत ही सोची समझी हुई समझ जो आपको प्रेरणा और बुद्धि देगी आपकी तरफ फ्रैंकी गई उनकी चालो को समझने की पर ये सब कुछ इतनी सरलता से समझ नहीं आएगा इसके लिए आपको अपनी सोच का विस्तार करना होगा और ये पुस्तिका आपकी एसा करने में सहायता करेगी।