प्रिय मित्रों! अक्सर आप सभी ने महसूस किया होगा कि युवा और उत्साही लोगों के साथ कम करना उर्जा से भर देता है। इसमें सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह होती है कि युवा वर्ग पुरानी और लड़खड़ाने वाली परम्पराओं से हटकर कुछ बेहतर करने के उद्देश्य से नए आइडियाज के साथ, नए संकल्प की साथ कम करते हैं। हालाँकि, कभी- कभी बेहतर स्थिति नही मिल पाने के कारण, उनको थोड़ी सी समस्याएं जरुर आती हैं, पर एक अच्छी सी सलूशन के कारण ज्यादा देर तक नही रुकती। कभी- कभी हम उन समस्याओं में असफल भी हो जाते हैं। तो हमें अपनी असफलता को, अपने अतीत को भुलाकर आगे बढ़ना चाहिए। हमें कभी भी यह नही सोचना चाहिए कि हमारा बिता हुवा कल कैसा था। हमें यह सोचना चाहिए कि कल जो दिन आयेगा, वह एक इतिहास हो जायेगा। वह दूसरों को प्रेरणा देने वाला होगा। तब जाकर हम श्रेष्ठता की शक्तियों के बारें में सोच सकते हैं।
मैंने अपनी किताब “गॉड ऑफ़ डेस्टिनेशन” में भी इस बात का जिक्र किया है कि श्रेष्ठ बनने के लिए, बेहतर बनने के लिए हर सफल चीजों का श्रेय हमें स्वयं अकेले ही नही लेना चाहिए। बल्कि सफलता का श्रेय पाने के वे सभी हकदार हैं, जिन्होंने आपको श्रेष्ट बनाने के लिए प्रेरणा दी। जो आपको दिन- रात श्रेष्ठ बनाने के लिए मेंहनत करते रहे। यह पुस्तक "गॉड ऑफ़ डेस्टिनेशन" का ही एक अंश है.