मैं डॉक्टर वंदना खंण्डूरी देहरादून से, मेरी पुस्तक का नाम काव्य स्पर्श है। मेरे साथ मेरे सहायक कवियत्री देवेश्वरी खंडूरी है जो कि मेरी सासू जी हैं। मैंने अपनी इस पुस्तक में अपने तथा सहायक कवियत्री के भावों को रोशनाई दी है। इस पुस्तक में बहुत ही सुंदर-सुंदर कविताएं हैं, जो हमारे परिवेश से हमको जोड़ती हैं। इसमें हमने जहां एक तरफ प्रकृति का वर्णन किया है और प्रकृति से संबंधित कविताएं जैसे मेघा , प्रकृति आदि का वर्णन किया है, वहीं दूसरी तरफ समाज के दृश्य को दर्शाते हुए फुटपाथ विषय पर कविता को लिखा है, साथ ही खुद के अधिकार के लिए गीत, आपकी नजर में सच्चा सुख क्या है?, जज्बात, हमारी भारतीय संस्कृति की अमूल्य निधि पर लेख, दान कविता विश्व गुरु भारत, मेरी जान, हिंदुस्तान आओ मिलकर कदम बढ़ाए, तपती गर्मी का एहसास, प्रगति, माटी, शीतल छांव, प्रार्थना, तिमिर की स्मृतियां, मुस्कान, उम्मीद, गुलशन, गांव आदि सुंदर कविताओं के साथ इस पुस्तक को रखने का प्रयास किया है तथा यह उम्मीद करते हैं कि पाठक इस पुस्तक में लिखित कविताओं का आनंद उठा सकेंगे।