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Mansukh / मनसुख Ek gatha shiksha aur sangharsh ki

Author Name: Anurag | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

“मनसुख: एक गाथा शिक्षा और संघर्ष की”

मनसुख के अद्भुत जीवन में आपका स्वागत है—एक ऐसी कहानी जो उनके बचपन की सादगी भरी गलियों से शुरू होकर दृढ़ संकल्प, प्रेम और विरासत के अविश्वसनीय सफर तक पहुँचती है। यह प्रेरणादायक जीवनी उनके जीवन के हर पहलू को दर्शाती है—प्रारंभिक संघर्षों से लेकर उन सफलताओं तक, जिन्होंने उन्हें खास बनाया।

इस पुस्तक में उनके विवाह की दिल छू लेने वाली कहानी, जीवनसाथी के साथ उनका गहरा रिश्ता और परिवार को संभालने की चुनौतियों और खुशियों का सुंदर वर्णन है। जीवंत किस्सों के माध्यम से, यह किताब उनके धैर्य, अनूठी उपलब्धियों और जीवन के गहरे अनुभवों को उजागर करती है।

चाहे वह उनकी जीवन यात्रा के मजेदार और रोमांचक किस्से हों, या परिवार और मूल्यों पर उनके विचार, मनसुख का जीवन हर पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

जो पाठक दिल को छू लेने वाली जीवन कहानियों को पसंद करते हैं, उनके लिए यह पुस्तक एक ऐसे व्यक्ति को समर्पित है, जिसने न केवल संघर्षों को झेला, बल्कि उन्हें अपनी सफलता की सीढ़ी बना लिया।

मनसुख के अद्भुत सफर को पढ़ने के लिए तैयार हो जाइए—यह कहानी आपको हँसाएगी, सिखाएगी और प्रेरित करेगी!

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अनुराग

लेखक परिचय

अंकित वर्मा, जो अनुराग उपनाम से लिखते हैं—यह उपनाम उन्होंने अपने दिवंगत छोटे भाई की स्मृति में रखा है। अंकित उत्तर प्रदेश के झाँसी शहर से हैं, जहाँ वे अपने संयुक्त परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV), झाँसी से पूरी की, जो कि एक केंद्रीय आवासीय विद्यालय है। वर्तमान में वे दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज से बी.कॉम (विशेष) द्वितीय वर्ष के छात्र हैं।

हालाँकि अंकित वाणिज्य (कॉमर्स) के छात्र हैं, लेकिन हिंदी और साहित्य के प्रति उनका गहरा रुझान है। लेखन उनके लिए सिर्फ एक शौक नहीं, बल्कि उनका सच्चा जुनून है। वे कविताएँ, ग़ज़लें और दोहे लिखने में विशेष रुचि रखते हैं। उनकी रचनाएँ भावनाओं और संवेदनाओं से भरपूर होती हैं, जो पाठकों के दिलों तक पहुँचती हैं।

साहित्य के साथ-साथ अंकित खेलों में भी सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। उनका मानना है कि खेल न केवल शारीरिक क्षमता बढ़ाते हैं, बल्कि मानसिक संतुलन और अनुशासन भी सिखाते हैं।

अपनी लेखनी और खेल भावना के माध्यम से अंकित न सिर्फ अपने विचारों और अनुभवों को साझा करते हैं, बल्कि अपने भाई की स्मृति को भी जीवित रखते हुए साहित्य की दुनिया में अपनी अनूठी पहचान बना रहे हैं।

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