मितवा
प्रेम कहानियाँ, वास्तव में प्रेम का सही अर्थ दर्शाने में सक्षम होती हैं या नहीं, कहा नही जा सकता लेकिन एक ऐसी प्रेम कहानी जहाँ समर्पण, त्याग, कर्तव्य, प्रेम, धैर्य, और प्रतीक्षा सभी गुण एक साथ निहित हैं।
शिवम, नंदिनी और अवनि की प्रेम एक दांस्ता "मितवा" जिसमें शिवम का अपने प्रेम के प्रति प्रतीक्षा और धैर्य, नंदिनी का अश्विन के प्रति कर्तव्य और अवनि का शिवम और नंदिनी के लिए त्याग और समर्पण प्रेम को एक भिन्न रूप में दर्शाता है।
प्रेम वास्तव में क्या है? किसी को चाहना! नहीं, प्रेम है अपने प्रेमी का सम्मान, उसकी खुशियों की खातिर समर्पण और त्याग, धैर्य से की हुई प्रतीक्षा, अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा की पराकाष्ठा।
प्रत्येक के जीवन में प्रेम एक अलग रूप में प्रवेश करता है अवनि ने अपना प्रेम समर्पित कर दिया शिवम की खुशी की खातिर, और शिवम जिसने नंदिनी को पाकर भी खो दिया और धैर्य से परीक्षा की अपने प्रेम के लौटने की, नंदिनी जिसने अपने जीवन की सुनहरी यादों को भूलकर भी अपना फ़र्ज़ याद रखा, ऐसी कहानियाँ ही प्रेरणा देती हैं वास्तविक प्रेम की परीसीमा की।
मितवा के गुणों से ही प्रभावित होकर ही हमने ये संकलन का स्थापन किया ताकि भिन्न भिन्न रूप में प्रेम का अर्थ समझ सके और लोगो को समझा सके।
मितवा के किरदार स्वप्निल जोशी, सोनाली कुलकर्णी और प्रार्थना बेहरे और उनकी कहानी को जिस तरह सभी का प्यार मिला आशा है हमारे इस संकलन की प्रत्येक कविता में भी सभी को वही प्रेम की महक महसूस होगी और प्रत्येक लेखक द्वारा रचित कविताओं के शब्द प्रेम के सागर की गहराई में गोते लगाते हुए मितवा की ही तरह आपके हृदय को स्पर्श और प्रफुल्लित करने में सक्षम रहेंगे।।