पलसा : द ओरिजिन ऑफ लाइफ
आखिर क्या था पलसा का सच्चाई । जीवों पर जुर्म करना पाप होता है । 100 साल का तपस्या कैसे भंग हो गया । क्यों भगवान विष्णु को स्वयं आना पड़ा साधु के अवतार में। लाखों-करोड़ों जीव - जंतु की जान को खतरा उनकी जान कौन बचाएगा। आपको हम ले चलेंगे एक काल्पनिक रचयिता दुनिया में।
इस किताब को लिखने के दौरान कोई भी व्यक्ति, समाज एवं संस्कृति को ठेस नहीं पहुंचाया गया है। यह एक काल्पनिक रचयिता कहानी जिसे विवेक कुमार पांडे शंभूनाथ जी ने लिखा है । This Book Fully Color Editions.
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