प्रार्थना इस पीढ़ी में सबसे बड़ी जरूरत है। प्रार्थना और प्रार्थना-जीवन के बिना सब कुछ अंधेरे में है। यह पुस्तक कलीसियाओं एवं विश्वासियों को प्रार्थना के महत्व को सिखाने की एक प्रयास है। प्रत्येक विश्वासी को आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति होना चाहिए। जैसे शारीरिक उपचार हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका रखता है उसी प्रकार आध्यात्मिक स्वास्थ्य भी कई अधिक महत्वपूर्ण है। दुख की बात यह है कि कोई भी आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ होने की कोशिश नहीं कर रहा है। दुनिया में इतनी अराजकता क्यों है, चर्च जाने वाले लोग इतने भ्रमित क्यों हैं और यह क्यों नहीं जानते हैं कि किस दिशा में जाना है और क्या निर्णय लेना है, क्यों हमारे शरीर में दिन-प्रतिदिन चिंताएँ घूम रही हैं। समस्या यह है कि हम पोषण, शारीरिक व्यायाम, योग, पुनर्वसन, नुस्खे पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं किन्तु परमेश्वर के साथ संबंध स्थापित नहीं कर रहे हैं। मसीह के साथ संबंध केवल प्रार्थना द्वारा स्थापित किया जा सकता है।
यह पुस्तक भाग एक है जहां मैंने सभी प्रार्थनाओं को समझाने की कोशिश की और आपके जीवन में कैसे उनका उपयोग किया जा सकता है। मैं प्रार्थना करता हूं कि प्रत्येक अध्याय आपको प्रार्थना के बारे में अधिक समझने में मदद करेगा।
परमेश्वर आशीष दे!
लेखक अरविंद एप्रैम Healing Power Ministry, USA के संस्थापक हैं। वह "W-Warfare","A Guide to Access God's Authority" , "The Ministry of Prayer", "Barah Goshnaye (Hindi) पुस्तकों के लेखक हैं। एप्रैम का जुनून प्रार्थना के क्षेत्र में मसीह के शरीर यानी कलिसियावो को सिखाना और प्रशिक्षित करना है। वह कई देशों की यात्रा करते है और चर्चों में शिक्षण और प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करते है। वह एक online बाइबल स्कूल, "The School of Tyrannus " , जहाँ कई पास्टर और चर्च के नेता अनुशासित होते हैं।