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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalAchievements
साहित्य आ नारीवाद के दुनिया में गुंजायमान नाम डॉ. रमेन गोस्वामी एगो अइसन असाधारण कवि हउवें जिनकर शब्दन के साहित्यिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ल गइल बा. एगो साधारण आ परोपकारी आदम
साहित्य आ नारीवाद के दुनिया में गुंजायमान नाम डॉ. रमेन गोस्वामी एगो अइसन असाधारण कवि हउवें जिनकर शब्दन के साहित्यिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ल गइल बा. एगो साधारण आ परोपकारी आदमी गोस्वामी अपना कलम के सामाजिक परिवर्तन खातिर एगो सशक्त औजार के रूप में इस्तेमाल करत आपन जीवन नारीवाद के समर्पित कइलन.
व्यापक उत्पादन के साथ उहाँ के 60 से अधिका किताब लिखले बानी, जवना में से हर किताब उहाँ के रचनात्मक प्रतिभा के गवाही बा। एह "राजकहिनी-1" में "द मूनबीम्स" आ "राजकोठा" उहाँ के कुछ मशहूर रचना के रूप में उभर के सामने आवेला। अपना उकसावे वाला गद्य आ काव्यात्मक सुंदरता से ई किताब दुनिया भर के पाठकन के दिल पर कब्जा कर लिहले बाड़ी सँ.
गोस्वामी के आलोचनात्मक रचना भी ओतने रोचक बा। "नारीवाद: एन आउटबर्स्ट ऑफ मेट गर्ल्स" आ "ए बर्ड्स आई ऑफ द रिसर्च" में नारीवाद के जटिलता सभ के खोज कइल गइल बा, एह में अंतर्दृष्टि वाला नजरिया पेश कइल गइल बा जे परंपरागत मानदंड आ बिस्वास सभ के चुनौती देलें। लैंगिक समानता आ महिला अधिकारन पर प्रवचन के नया रूप देबे में उनुकर आलोचनात्मक विश्लेषण बहुते मददगार रहल बा.
डॉ. साहित्यस्य नारीवादस्य च जगति प्रतिध्वनितं नाम रमणगोस्वामी एकः असाधारणः कविः अस्ति यस्य वचनेन साहित्यिकपरिदृश्ये अमिटं चिह्नं त्यक्तम् अस्ति। सरलः परोपकारी च पुरुषः गो
डॉ. साहित्यस्य नारीवादस्य च जगति प्रतिध्वनितं नाम रमणगोस्वामी एकः असाधारणः कविः अस्ति यस्य वचनेन साहित्यिकपरिदृश्ये अमिटं चिह्नं त्यक्तम् अस्ति। सरलः परोपकारी च पुरुषः गोस्वामी सामाजिकपरिवर्तनार्थं स्वस्य कलमस्य शक्तिशालिनः साधनरूपेण उपयुज्य स्वजीवनं नारीवादाय समर्पितवान् ।
विस्तृतनिर्गमेन सः ६० तः अधिकानि पुस्तकानि लिखितवान्, प्रत्येकं तस्य सृजनात्मकप्रतिभायाः प्रमाणम् । एतेषु "राजकहनी-१" "चन्द्रपुञ्जाः" "राजकोथा" च तस्य केचन प्रसिद्धाः कृतीः इति रूपेण विशिष्टाः सन्ति । एतानि पुस्तकानि स्वस्य उत्तमगद्येन, काव्यसौन्दर्येन च विश्वस्य पाठकानां हृदयं आकर्षितवन्तः ।
गोस्वामी इत्यस्य समीक्षात्मकाः कृतयः अपि तथैव रोचकाः सन्ति । "नारीवादः: मेट् गर्ल्स् इत्यस्य एकः आउटबर्स्ट्" तथा "ए बर्ड्स् आई आफ् द रिसर्च" इति नारीवादस्य जटिलतानां अन्वेषणं कुर्वन्ति, येन पारम्परिकमान्यतानां विश्वासानां च चुनौतीं दत्तवन्तः अन्वेषणात्मकाः दृष्टिकोणाः प्रदत्ताः सन्ति तस्याः समीक्षात्मकविश्लेषणं लैङ्गिकसमानतायाः, महिलाधिकारस्य च विषये प्रवचनस्य पुनः आकारं दातुं महत्त्वपूर्णं जातम् ।
একটি বিস্তৃত উদাহরন সহ, তিনি 60 টিরও বেশি বই লিখেছেন, প্রতিটি তার সৃজনশীল প্রতিভার প্রমাণ। এর মধ্যে "রাজকাহি-১", "দ্য মুনবিমস" এবং "রাজকথা" তার কিছু বিখ্যাত কাজ হিসাবে দাঁড়িয়েছে।
একটি বিস্তৃত উদাহরন সহ, তিনি 60 টিরও বেশি বই লিখেছেন, প্রতিটি তার সৃজনশীল প্রতিভার প্রমাণ। এর মধ্যে "রাজকাহি-১", "দ্য মুনবিমস" এবং "রাজকথা" তার কিছু বিখ্যাত কাজ হিসাবে দাঁড়িয়েছে। এই বইগুলি, তাদের উদ্দীপক গদ্য এবং কাব্যিক সৌন্দর্য দিয়ে, বিশ্বব্যাপী পাঠকদের হৃদয় কেড়ে নিয়েছে।
গোস্বামীর সমালোচনামূলক কাজগুলিও সমানভাবে আকর্ষণীয়। "ফেমিনিজম: অ্যান আউটবার্স্ট অফ muted গার্লস" এবং "এ বার্ডস আই অফ দ্য রিসার্চ" নারীবাদের জটিলতাগুলিকে অন্বেষণ করে, অন্তর্দৃষ্টিপূর্ণ দৃষ্টিভঙ্গিগুলি প্রদান করে যা প্রচলিত নিয়ম এবং বিশ্বাসকে চ্যালেঞ্জ করে৷ তার সমালোচনামূলক বিশ্লেষণ লিঙ্গ সমতা এবং নারী অধিকারের উপর আলোচনার পুনর্নির্মাণে সহায়ক হয়েছে।
વ્યાપક આઉટપુટ સાથે, તેમણે 60 થી વધુ પુસ્તકો લખ્યા છે, દરેક તેમની સર્જનાત્મક પ્રતિભાનું પ્રમાણપત્ર છે. આમાંની "રાજકહાની-1", "ધ મૂનબીમ્સ" અને "રાજકોઠા" તેમની કેટલીક પ્રખ્યાત કૃતિઓ તરી
વ્યાપક આઉટપુટ સાથે, તેમણે 60 થી વધુ પુસ્તકો લખ્યા છે, દરેક તેમની સર્જનાત્મક પ્રતિભાનું પ્રમાણપત્ર છે. આમાંની "રાજકહાની-1", "ધ મૂનબીમ્સ" અને "રાજકોઠા" તેમની કેટલીક પ્રખ્યાત કૃતિઓ તરીકે અલગ છે. આ પુસ્તકોએ, તેમના ઉત્કૃષ્ટ ગદ્ય અને કાવ્યાત્મક સુંદરતા સાથે, વિશ્વભરના વાચકોના હૃદયને કબજે કર્યું છે.
ગોસ્વામીની વિવેચનાત્મક કૃતિઓ પણ એટલી જ રસપ્રદ છે. "ફેમિનિઝમ: એન આઉટબર્સ્ટ ઓફ મેટ ગર્લ્સ" અને "અ બર્ડ્સ આઈ ઓફ ધ રિસર્ચ" નારીવાદની જટિલતાઓનું અન્વેષણ કરે છે, જે પરંપરાગત ધોરણો અને માન્યતાઓને પડકારતા આંતરદૃષ્ટિપૂર્ણ પરિપ્રેક્ષ્યો પ્રદાન કરે છે. તેણીનું આલોચનાત્મક વિશ્લેષણ લિંગ સમાનતા અને મહિલાઓના અધિકારો પરના પ્રવચનને પુન: આકાર આપવામાં નિમિત્ત બન્યું છે.
રમેન ગોસ્વામીને જે બાબત અલગ પાડે છે તે તેમના બહુભાષી કાર્ય માટે ગિનિસ વર્લ્ડ રેકોર્ડ ધારક તરીકેની તેમની નોંધપાત્ર સિદ્ધિ છે. બહુવિધ ભાષાઓમાં નારીવાદના સારને અભિવ્યક્ત કરવાની તેણીની ક્ષમતાએ માત્ર તેણીને આંતરરાષ્ટ્રીય માન્યતા પ્રાપ્ત કરી નથી પરંતુ અસંખ્ય અન્ય લોકોને પણ આ કાર્યમાં જોડાવા માટે પ્રેરણા આપી છે.
Ramen Goswami, a name that resonates in the world of literature and feminism, is a remarkable poet whose words have left an indelible mark on the literary landscape. A simple and benevolent man, Goswami has dedicated his life to the cause of feminism, using his pen as a powerful tool for social change.
With a prolific output, he has authored more than 60 books, each a testament to his creative genius. Among these, "Rajkahi-1," "The Moonbeams," and "Raj
Ramen Goswami, a name that resonates in the world of literature and feminism, is a remarkable poet whose words have left an indelible mark on the literary landscape. A simple and benevolent man, Goswami has dedicated his life to the cause of feminism, using his pen as a powerful tool for social change.
With a prolific output, he has authored more than 60 books, each a testament to his creative genius. Among these, "Rajkahi-1," "The Moonbeams," and "Rajkotha" stand out as some of his most celebrated works. These books, with their evocative prose and poetic beauty, have captured the hearts of readers worldwide.
Goswami's critical works are equally compelling. "Feminism: An Outburst of Muted Girls" and "A Bird's Eye of the Research" delve into the intricacies of feminism, offering insightful perspectives that challenge prevailing norms and beliefs. His critical analysis has been instrumental in reshaping the discourse on gender equality and women's rights.
What sets Ramen Goswami apart is his remarkable achievement as a Guinness World Record Holder for his mul
Goswami's critical works are equally compelling. "Feminism: An Outburst of Muted Girls" and "A Bird's Eye of the Research" delve into the intricacies of feminism, offering insightful perspectives that challenge prevailing norms and beliefs. His critical analysis has been instrumental in reshaping the discourse on gender equality and women's rights.
What sets Ramen Goswami apart is his remarkable achievement as a Guinness World Record Holder for his multilingual works. His ability to convey the essence of feminism in multiple languages has not only earned him international recognition but also inspired countless others to join the cause.
In a world where literature and feminism converge, Ramen Goswami is a guiding light. His words continue to inspire, empower, and instigate change, making him a literary luminary and an advocate for equality.
He is an associate of English literature and language. Now he is working UGC. He is a writer of Feminism. He wrote more than 200 books. He is specialist of Linguistic in SAARC countries. He is a Guinness World Record Holder. He is an International Journalist and Photographer.
He is an associate of English literature and language. Now he is working UGC. He is a writer of Feminism. He wrote more than 200 books. He is specialist of Linguistic in SAARC countries. He is a Guinness World Record Holder. He is an International Journalist and Photographer.
यह पुस्तक भारत की विविध सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों का व्यापक अन्वेषण प्रदान करती है। इसमें कला, साहित्य, संगीत, नृत्य, धर्म और दर्शन सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है, औ
यह पुस्तक भारत की विविध सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों का व्यापक अन्वेषण प्रदान करती है। इसमें कला, साहित्य, संगीत, नृत्य, धर्म और दर्शन सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है, और देश के विभिन्न क्षेत्रों की विभिन्न परंपराओं और रीति-रिवाजों में तल्लीन है। यह पुस्तक भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करती है, ऐतिहासिक घटनाओं और इसकी परंपराओं के विकास पर सामाजिक गतिशीलता के प्रभावों को उजागर करती है। यह उन तरीकों की भी जांच करता है जिसमें भारत की संस्कृति ने दुनिया भर की अन्य संस्कृतियों को प्रभावित किया है और प्रभावित किया है। यह पुस्तक भारत की सांस्कृतिक पहचान की गहरी समझ हासिल करने में रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक अमूल्य संसाधन है।
The book is about the details of jumling thoughts of the poet in his day to day life. It intermittently defines various types of oddities of life.
The book is about the details of jumling thoughts of the poet in his day to day life. It intermittently defines various types of oddities of life.
इस पुस्तक को बिलडुंग्स्रोमन कहा जा सकता है, क्योंकि यह जीवन के दिन-प्रतिदिन के अनुभवों के साथ-साथ इसकी विषमताओं से संबंधित है जिसका सामना लेखक ने अपने सांसारिक जीवन में किया था।
इस पुस्तक को बिलडुंग्स्रोमन कहा जा सकता है, क्योंकि यह जीवन के दिन-प्रतिदिन के अनुभवों के साथ-साथ इसकी विषमताओं से संबंधित है जिसका सामना लेखक ने अपने सांसारिक जीवन में किया था। एक शब्द में, जीवन उन लोगों के लिए जटिल नहीं है जो सोचते हैं कि वे खिलाड़ी हैं।
It is about various things related to society and the jumping fox of the poet. This book is dealing with the destruction of male dominated society and the resurrection of women.
It is about various things related to society and the jumping fox of the poet. This book is dealing with the destruction of male dominated society and the resurrection of women.
அன்பூ என்பதூ ைிகவூம் உயர்ந்த நல்தலாழுக்கம் அல்லதூ
நல்ல பழக்கம், ஆழைான தனிப்பட்ட பாசம், எளிதையான
இன்பம் வதர பல வலுவான ைற்றும் நநர்ைதறயான
உணர்ச்சி ைற்றும் ைன நிதலகதள உள
அன்பூ என்பதூ ைிகவூம் உயர்ந்த நல்தலாழுக்கம் அல்லதூ
நல்ல பழக்கம், ஆழைான தனிப்பட்ட பாசம், எளிதையான
இன்பம் வதர பல வலுவான ைற்றும் நநர்ைதறயான
உணர்ச்சி ைற்றும் ைன நிதலகதள உள்ளடக்கியதூ. இந்த
அர்த்தங்களின் வரம்பிற்கூ ஒரூ எடூத்தூக்காட்டூ
என்னதவன்றால், ஒரூ தாயின் அன்பூ ஒரூ தூதணயின்
அன்பிலிரூந்தூ நவறுபட்டதூ, இதூ உணவின் ைீதான
அன்பிலிரூந்தூ நவறுபடூகிறதூ. தபாதூவாக, காதல் என்பதூ
ஒரூ வலுவான ஈர்ப்பூ ைற்றும் உணர்ச்சி ருதியான
இதணப்பின் உணர்தவக் கூறிக்கிறதூ.
It is a poem on various moods of the author which he experinced in his every day life. It reveals every details of Indian cultures and its unity.
It is a poem on various moods of the author which he experinced in his every day life. It reveals every details of Indian cultures and its unity.
ये एक पुस्तक हैं इसका लक्ष्य हैं आसमा को छूना। हालाकि कविता बहुत सारे होते हैं लेकिन उसका खामोसिया को समझ ना पड़ता हैं।
ये एक पुस्तक हैं इसका लक्ष्य हैं आसमा को छूना। हालाकि कविता बहुत सारे होते हैं लेकिन उसका खामोसिया को समझ ना पड़ता हैं।
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