हिंदी साहित्य जगत की कुल ग्यारह कालजयी कहानियों का हरियाणवी उपभाषा में अनुवाद कुछ विशिष्ट उद्देश्यों को ध्यान में रखकर किया गया है, ताकि हरियाणा का जनमानस अपनी 'माँ-बोली' में
यह पुस्तक महान दार्शनिकों, चिंतकों, वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों , साहित्यकारों, कुशल राजनीतिज्ञों, सशक्त नारियों एवं बहादुर बच्चों के जीवन से जुड़ी कहानियों का दस्तावेज है, जिन्ह