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चिड़िया की परेशानी
By Prakash Vishnoi in Poetry | कुल पढ़ा गया: 516 | कुल पसंद किया गया: 1
एक चिड़िया थी वह बहुत उच उड़ती , इधर उधर चहचहाती रहती | कभी इस टहनी पर कभी उस टहनी पर फुदकती रहती |पर उस चिड़िया की एक आदत थ  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 30,2020 07:14 PM
Usse aacha lagta hai..
By Vikas Mane in Poetry | कुल पढ़ा गया: 190 | कुल पसंद किया गया: 0
Mere bichde pyaar ke naye haqdaar, tum sunn lo..  Usse aacha lagta hai..  Usse aacha lagta jab koi uske khuli zulfon ki tareef karen, woh jo bikhre toh apni ungliyon se unhe saware aur jab woh inn resham ke dhaagon ko samet ke  bandh le, toh unhe fir aazad karne ki zidd karna tum&hell  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 30,2020 09:06 PM
यादों का मौसम
By Kanchan Advaita in Poetry | कुल पढ़ा गया: 533 | कुल पसंद किया गया: 0
यादों का मौसम   देखो, तुम्हारी यादों का मौसम हर दिन मेरी जिंदगी में किस तरह उतरता है। हर सुबह धुंधलाई सी है, उनींदी   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 12:34 AM
21 दिन की ताला बंदी
By Rashi in Poetry | कुल पढ़ा गया: 483 | कुल पसंद किया गया: 3
एक शाम अचानक मिली खबर कि अब पूरे देेेश मे 21 दिन तक रहेगी ताला बंंदी... सारे संसार मे छाई एक महामारी थी जो अब भारत मे अपन  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 12:36 AM
पुल और सीढ़ी
By Kanchan Advaita in Poetry | कुल पढ़ा गया: 230 | कुल पसंद किया गया: 0
पुल और सीढ़ी   नीरव, तुम्हें लौटना ही होगा आ जाना गीली रेत पर मेरे पैरों के निशान ढूंढ़ते हुए उसी नदी पर एक जर्जर पुल ह  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 12:56 AM
क्या तुम प्रेम में हो
By Kanchan Advaita in Poetry | कुल पढ़ा गया: 252 | कुल पसंद किया गया: 0
क्या, तुम प्रेम में हो....?   फ़रवरी की दस्तक और हवाओं में उड़ता  एक ही सवाल क्या, तुम प्रेम में हो....?   बसंती ब्यार, पील  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 01:02 AM
वो एक तबस्सुम
By Sankalp Sharma in Poetry | कुल पढ़ा गया: 419 | कुल पसंद किया गया: 0
वो एक तबस्सुम थी तुम्हारी और वो एक दिल था मेराl वो एक दिल था तुम्हारा और वो एक साँसे थी मेरीl वो एक साँसे थी तुम्हारी  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 01:59 AM
अमृतसर का दुर्ग्याणा मंदिर
By in Travel | कुल पढ़ा गया: 206 | कुल पसंद किया गया: 0
             *अमृतसर का  दुर्ग्याणा मंदिर* आप जब समूह मे यात्रा करते है तो जहा कुछ फायदे होते है वही एक संवे  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 08:11 AM
राम जन्मभूमि पर हुए निर्णय का अवलोकन
By in General Literary | कुल पढ़ा गया: 383 | कुल पसंद किया गया: 0
       *राम जन्मभूमि पर हुए  निर्णय का अवलोकन * माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि वि  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 08:21 AM
मुस्लिम मित्र को लिखे गये अपने निजी पत्र के अंश
By in True Story | कुल पढ़ा गया: 387 | कुल पसंद किया गया: 0
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इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 08:57 AM
Corona
By Shreshtha Rastogi in Poetry | कुल पढ़ा गया: 286 | कुल पसंद किया गया: 1
  कोरोना आज फिर अपने वतन की याद सतायी जब मौत कोरोना बनकर सर के ऊपर मंडराई !!! जो देश छोड़ के गए थे विदेश् उनको भी याद आय  ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 11:25 AM
मजबूर मजदूर - कोरोना, भूख व पलायन
By Dr Jagdish Prasad in War Story | कुल पढ़ा गया: 743 | कुल पसंद किया गया: 0
प्रलय तुल्य कोरोना वायरस ने चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी , इटली, स्पेन, ईरान, जापान जैसे अनेक विकसित देशोको घुटने पर   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 12:31 PM
दुन्नल
By Navneet Kamal in Poetry | कुल पढ़ा गया: 2,102 | कुल पसंद किया गया: 7
(COVID-19 महामारी के चलते संपूर्ण भारत में lockdown लगने से काम छिनने पर भूख से बेहाल मजदूर लोगों की व्यथा जताता हुआ एक खाने का   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 01:43 PM
Tum
By Nikhil in Poetry | कुल पढ़ा गया: 413 | कुल पसंद किया गया: 0
Sirf mahina beeta h abhi.., Magr lag rha h ki beet gye h saal kaafi... Tumhari ek muskaan paane k lie milo door se aata hu..., Aur ek paane k baad agli ko taras jaata hu... Tumhe dekh yeh raina bhi naino m baithe reh jaate h...., Aur chehre pr ek lambi si muskaan aa jaati h... Haal dil ka m kya kru   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 01:43 PM
आखिर बात क्या है ?
By sachin paliwal in Poetry | कुल पढ़ा गया: 217 | कुल पसंद किया गया: 1
क्या लिखूं , क्या सुनाऊं, अपना दर्द मै किसे बताऊं  कुछ सपने थे मेरे वो सपने टूट गए, समझा था जिन्हें अपना वो अपने रूठ   ज्यादा पढ़ें...
इस तारीख़ को पब्लिश हुआ Mar 31,2020 02:05 PM