"अनुभव सच सिखाता हैं" कई लेखकों की एक एंथोलॉजी हैं, मगर शीर्षक अपने आप में सिर्फ एक शीर्षक नहीं हैं, बल्कि उससे काफी आगे ज़िन्दगी से जुड़े तजुर्बे भी हैं। हम सब लोग ज़िन्दगी से बहुत कुछ सीखते हैं, हर रोज़ कुछ नया सिखाती हैं, ज़िन्दगी हमें ढेरों अनुभव दे जाती हैं। हर एक नए दिन के ढलने के साथ सही और गलत का एहसास भी दिलाती हैं। नए लोगों से भी मिलवाती हैं और कुछ अपनो को दूर भी कर जाती हैं, कभी - कभी लफ्ज़ कम पड़ जाते हैं अपनी बात को समझने के लिए ऐसे में सबसे अच्छा तरीका होता हैं हम उन अल्फाजों को लिख कर लोगो को समझा दे। वहीं अल्फाज़ मेरे सह - लेखकों ने अपने अंदाज़ में व्यक्त किए हैं किसी ने शायरी लिखी हैं तो किसी ने गज़ल। आज उन्हीं से जान लेते हैं की उन्होंने अपनी ज़िन्दगी के अनुभवों से क्या - क्या सीखा और समझा हैं। अलग विचार, अलग अंदाज़ में व्यक्त किए गए अनुभवों को जाने की एक छोटी सी कोशिश करती हैं यह किताब। आप सभी जब इस किताब को पढ़ेंगे तो आप भी जान जाएंगे की किसके अनुभव आपसे मिलते हैं और कौन आपको ज़िन्दगी की सीख दे जाता हैं।