Share this book with your friends

Do Boond Jindagi Ki / दो बूँद जिंदगी की

Author Name: Sudheer Adheer | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

यह सिर्फ एक पुस्तक नही बल्कि सच में दो बूंद जिंदगी की है। एक या आदमी के जीवन से निकलकर समाज के हर पहलू को छूती हुई समाज का एक ऐसा चित्रण है जिससे प्रत्येक व्यक्ति गुजरता है और जब हम इसे पढ़ने बैठते हैं तब महसूस होता है बस इन्ही दो बूंद की तो जरूरत है जो जीवन को सार्थक कर दे।

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

सुधीर अधीर

सुधीर अधीर का वास्तविक नाम सुधीर कुमार शर्मा है । आई आई टी रुड़की, रुड़की विश्वविश्विद्यालय से पल्प एंड पेपर टेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग करने के बाद वर्तमान में सुधीर अधीर आंध्र पेपर लि., राजमंद्री में सीनियर प्लांट इंजीनियर के पद पर कार्यरत है । 
कविता, लघुकथा, व्यंग्य, आध्यात्मिक और पौराणिक कथा, प्रसंग और विश्लेषण विधाओं में पारंगत सुधीर अधीर 'ढाई अक्षर प्रेम का,' 'जिंदगी का चेहरा,' 'अतीत की परछाई,' आदि बहुत सी कविताएं लिख चुके है ।  'जरा सोचिये कुछ इस तरह भी,' 'दोराहे पर खडी़ ज़िंदगी,' आदि कहानियों के अतिरिक्त इनके द्वारा 'झूठ बोले कौआ काटे,' 'अतिथि देवो भव,' जैसे व्यंग्य लिखे गए गए है । इस सब लेखन के अतिरिक्त इन्होंने आध्यात्मिक लेखन के अंतर्गत 'लघु में प्रभु' लघुकथा श्रंखला भी लिखी है । सुधीर अधीर साहित्य अर्पण की पत्रिकाओं और हाल ही में प्रकाशित हुई पुस्तक अर्पण साहित्यांजलि का भी हिस्सा रहे है ।

Read More...

Achievements

+2 more
View All