भारतीय पंचांग का मामूली-सा ज्ञान रखने वाला व्यक्ति भी इस लाल किताब के अध्ययन मात्र से किसी की भी जन्मकुंडली बना सकता है, उसको आसानी से पढ़ सकता है, उसका फल बता सकता है तथा प्रत्येक समस्या का निराकरण टोटकों के उपायों द्वारा कर सकता है। जिस ग्रह को कुंडली के जिस किसी घर में लाना चाहता है, उस ग्रह से सम्बन्धित चीजों को उस घर में स्थापित करके इच्छानुकूल निराकरण पा सकता है। कौन-से ग्रह को किस घर में कैसे पहँुचाया जाता है, इस बात का पूरा ज्ञान इस लाल किताब में दिया गया है। इस किताब के द्वारा पूर्वजन्मों के ऋण से मुक्त हुआ जा सकता है तथा व्यक्ति अपने लोक-परलोक को सुधारने में सफल हो सकता है।