दुबई की पृष्ठभूमि पर रचा उपन्यास ‘निर्जल सरसिज’ माँ बेटी के संबंधों की गंभीर पड़ताल करता है। इसमें तीन माँ-बेटी की कहानी आगे-पीछे और कभी साथ-साथ चलती है। श्यामला-नलिनी, नलिनी-अनुष्का तथा दीत्यांगना-ऋतम्भरा माँ बेटियों की सर्वथा भिन्न कहानियाँ अपनी-अपनी अलग त्रिज्या और व्यास से गढ़ी, अपनी परिस्थितियों की परिधि में घूमती हुई एक बिंदु पर आ टकराती हैं। मुख्य पात्र नलिनी एक ऐसी बेटी है जिसे सब कुछ होते हुए भी कुछ नहीं मिला। जिसने बहुत कुछ खोकर बहुत थोड़ा पाया और उसमें