"प्रेम की होली" पुस्तक रंगो के त्यौहार होली पर प्रेम के हर रंग को उल्लेखित करने वाली रचनाओं का एक संगम है। जिसमें सभी सह लेखकों ने प्रेम के हर रंग को होली के रंगो की तरह ही रंग बिरंग कर रचनाओं और लेखों के माध्यम से बहुत ही मार्मिक ढंग से उल्लेखित किया है, इस पुस्तक के माध्यम से किसी ने कृष्ण के प्रेम रंग को किसी ने अपने जीवन के प्रेम रूपी रंग को अपने अपने अनुभवों के आधार पर होली के रंगो में समाहित करने का पूर्णतया प्रयास किया है और प्रेम रंग को प्रेम की होली की तरह समझाने का भी प्रयास किया है।