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Sab Waqt Ka Khel Hai / सब वक्त का खेल है

Author Name: Dipti Seth | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

वक़्त दिखाई नहीं देता है,पर बहुत कुछ देखा देता है l वक़्त खुद केहता है "मैं फिर ना आऊंगा क्या पता मैं तुझे हंसाऊंगा या रुलाऊंगा जीना है तो इस पल को जी ले l"

इस पुस्तक के सभी सह लेखकों ने अपने खूबसूरत रचनाओं से इस पुस्तक को परिपूर्ण किया है और हमें पुरी उम्मीद है की ये पुस्तक आपको भी पसंद आएगा l 

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दीप्ति सेठ

दीप्ति सेठ 19 साल की हैं, ओडिशा के सुबर्णपुर से। वो वर्तमान में गंगाधर मेहर विश्वविद्यालय, संबलपुर में तीसरे वर्ष में पढ़ रही हैं। उनके लेखन को पहले भी कई सारे पुस्तक में चित्रित किया जा चुका है। बह एक बहुप्रतिभाशाली लड़की है l भविष्य में एक शिक्षयत्री और लेखिका बनने का उनका सपना है l

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