किताब के प्रथम चरण में जिंदगी के सफ़र को दर्शाया गया है, जिसमें शुरुआती कुछ कविताएं रिश्तेदारों और मित्रों को समर्पित की गई है। इसके पश्चात कुछ कविताओं के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों और कुरीतियों की तरफ लोगों का ध्यान केंद्रित करने का प्रयास किया गया है। अंत की कुछ कविताओं में हार ना मानना और लक्ष्य की प्राप्ति की ओर बढ़ते चले जाने की बात कही है।
वहीं दूसरे अंश में प्यार का सफ़र दर्शाया गया है। जिसमें पहले एक लड़का, लड़की को सपनों में देखता है फिर किस तरह से उनकी कहानी आगे बढ़ती हैं और लड़का किन भावों में भिन्न चरण से गुजरा है, वह बताया है। वहीं आखिर में एक सकारात्मक सोच दर्शाई गई है कि जो हो उसे भूल कर और उसमें ना उलझकर आगे बढ़ते रहो। इस किताब में बड़े ही सरल तरीके से यह बताया गया है कि कैसे एक इंसान अपने जीवन में सकारत्मक सोच के साथ आगे बढ़ सकता है।