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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palयह पुस्तक सुंदर कविताओं का संकलन है, जिसमें आपको विभिन्न विषयों पर कविताएँ पढ़ने को मिलेंगी, जिसमें लेखक ने पाठकों से जुड़कर गहरी भावनाएँ लिखी हैं। जब आप इस किताब को पढ़ेंगे तो अपने आप ही एक अलग दुनिया में खो जाएंगे। शब्दों का चयन बहुत ही सुन्दर ढंग से किया गया है। उनकी कविताओं में सहजता और प्रेम है। आशा है पाठकों को यह पुस्तक पसंद आएगी।
प्राची सिंह
मेरा नाम प्राची सिंह है। मूल रूप से मैं गांव खेरखाटा जिले का रहने वाला हूं। मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)। मैंने केन्द्रीय विद्यालय नंबर 2 कांचरापाड़ा, पश्चिम बंगाल से इंटरमीडिएट पूरा किया है।
मैं एक कवयित्री होने के साथ-साथ एक छात्रा भी हूँ।
बचपन से ही कुछ नया सीखने की ललक है।
मेरे पिता ने रक्षा की पहली पंक्ति में राष्ट्र की सेवा की, इसलिए उनके स्थानांतरण ने मुझे देश के विभिन्न स्थानों जैसे राजस्थान में बाड़मेर और रायसिंहनगर, कश्मीर में श्रीनगर और पश्चिम बंगाल में सीमानगर, कांचरापारा में रहने की अनुमति दी, इसलिए मुझे अवसर मिला। खाने के लिए अलग संस्कृति का स्वाद लेने के लिए, बाकी से अलग होने की हवा।
मूल रूप से मैं वसुधैव कुटुम्बकम में विश्वास करता हूं जिसका अर्थ है पृथ्वी घर है।
जब मैं छोटा था तो सोचता था कि लेखक या कवि बनना कोई बड़ी बात है, हो सकता है ऐसे लोग भगवान बना लें।
चूंकि मुझे बचपन से ही पढ़ने का शौक था, इसलिए मुझे लगता था कि मैं लिख नहीं सकता।
उसके बाद मैंने सोचा कि भले ही लेखक इंसान ही क्यों न हों।
मैं लिखना शुरू करती हूँ।
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