ऐसे ही कुछ शब्दों का समूह है- ‘आइना’। ‘आइना- मन का’ उन एहसासों का झरोख़ा है, जो हम रोज़मर्रा की ज़िंदगी में महसूस करते है- कभी खुद के लिए, कभी किसी और के एहसासों को बाँट कर। ये कभी ख़ुशी है; तो कभी दुःख, हार, जीत, भरोसा, और कई एहसास- जो बड़ी सुंदरता से जोड़े गए है।