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Aanawaar / आनवार

Author Name: Dharmjeet Tripathi | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

धर्मजीत त्रिपाठी जी (सिविल सेवक) का काव्य संग्रह "आनवार" एक शानदार महाकाव्य है जो मानव जीवन में आने वाली चुनौतियों और भावनाओं की पड़ताल करता है। इस पुस्तक के माध्यम से, लेखक का लक्ष्य प्रेम, अलगाव और जीवन और मृत्यु के चक्र के कई पहलुओं को विभिन्न परिप्रेक्ष्यों में उजागर करना है।

आधुनिक भाषा में लिखी गई कविताएँ भावनाओं की उल्लेखनीय रूप से सशक्त परीक्षा प्रस्तुत करती हैं। धर्मजीत त्रिपाठी जी की कलम कुशलतापूर्वक व्यक्तिगत और सामाजिक दृष्टिकोण को जोड़ती है, जिसके परिणामस्वरूप एक मनोरम संलयन होता है जो विभिन्न विषयों पर चिंतन को प्रोत्साहित करता है।

इस काव्य संग्रह का उद्देश्य शांतिपूर्वक और श्रद्धापूर्वक जीवन के विभिन्न पहलुओं की खोज करना है। यह न केवल मानवीय भावनाओं से मेल खाता है, बल्कि प्रकृति की सुंदरता और चिंतन से प्रेरित हार्दिक भावनाओं को भी उद्घाटित करता है।

पुस्तक की विशेषताएं:

I. यह पुस्तक मानवीय संवेदनाओं की एक व्यापक श्रृंखला को उजागर करती है।
II. कविताएं सरल और सुगम भाषा में लिखी गई हैं।
III. कविताएं पाठकों को अपने जीवन के संघर्षों और अनुभवों से जोड़ने में सक्षम हैं।

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धर्मजीत त्रिपाठी

धर्मजीत त्रिपाठी, उत्तर प्रदेश सरकार के पंचायती राज प्रणाली के कुशल सिविल सेवक हैं, जो प्रशासनिक कर्तव्यों के परे अपने प्रभाव को बढ़ाते हैं। वे गरीब बच्चों की शिक्षा के प्रति उत्साही हैं, और अपनी प्रभावशाली कविताओं और सृजनात्मक सार्थक सार्वजनिक चर्चाओं के माध्यम से इसे बढ़ावा देते हैं। त्रिपाठी जी का बहुपेशेवर सहयोग कविता, कहानियों, और शैक्षिक पुस्तकों को समाज और आवश्यकता में रहने वाले छात्रों की सहायता के लिए शामिल है। यह समग्र दृष्टिकोण उनके पंचायती राज सिद्धांतों को समृद्धि के लिए समर्पित होने की उनकी गहन प्रतिबद्धता को प्रतिबिम्बित करता है, समाज और शिक्षा के सर्वांगीण सशक्तिकरण के लिए।

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